भारतीय परम्परा में गणेश पूजन का बहुत महत्तव है /गणेश शब्द का विग्रह है --गण +ईश / गण का अर्थ देवताओं का समूह और ईश का अर्थ उसका स्वामी / अतः गणेश का अर्थ हुआ " देवताओं के समूह का स्वामी "/जो परम पिता परमेश्वर के अतिरिक्त अन्य कोई हो ही नहीं सकता/ अतः गणेश की पूजा से हम प्रभु की ही पूजा करते हैं /
श्री गणेश जी के पिता जगद विख्यात प्रभु भोले नाथ श्री शिवजी हैं /सभी परिवारों में बच्चों के विद्या आरम्भ गणपति पूजन से ही करायी जाती है /जिससे बच्चा श्री गणपति जी के समान विद्वान बने एवं श्रेष्ठता में सर्वोपरि हो /विवाह के समय भी सबसे पहले गणेश पूजन होती है जिससे सारे कार्य बिना किसी विघ्न के पूर्ण हों और उनका जीवन मगंलमय हो/
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