सुबह कि गरमा गरम खबर डिम्पी महाजन ने घर छोड़ा .............मार पिटाई का किस्सा .........क्या शादी जैसा पवित्र बंधन राहुल महाजन के लिए मजाक के सिवा कुछ भी नहीं ??पहले लड़कियों को बुला कर एक एक के साथ समय बिताना फिर सबको हटाते हुए एक को चुन कर शादी करना ????ये लड़कियां भी क्यों नहीं समझी कि जब श्वेता जैसी सुघड़ लड़की के साथ राहुल ने ऐसा बर्ताव किया तो उनके साथ भी वही होना है क्या श्वेता में कोई कमी थी नहीं राहुल कि नजरों में लडकी सिर्फ लड़की है महिला कि कोई प्रतिष्ठा नहीं है| हो सकता है कि पत्नी डिम्पी भी गलत हो किन्तु एक महिला होने के नाते मैं ये कहूँगी कि प्रताड़ित करना समस्या का समाधान नहीं है....घर के अंदर किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है.....हम भारतीय संस्कृति कि बड़ी बड़ी बातें करतें हैं क्या यही भारतीय संस्कृति है???
यदि पति पत्नी का विश्वास कायम नहीं कर सकते एक दूसरे को समझ नहीं सकते तो शायद ऐसे लोगों को विवाह नहीं करना चाहिए...क्योकि यदि ऐसी भद्दी तस्वीर बार बार सामने आएगी तो लोगों का विवाह जैसे पवित्र एवम प्यारे बंधन पर से विश्वास हट जायेगा .......आखिर ये सब कब बंद होगा माना कि ये बड़े लोगों कि बाते हैं तो सामने आ गयी अन्यथा कितने लोग इसी गुनाहों को सहते हुए सारी जिंदगी बीता देते है.....
आज के समय में हम लड़के लड़कियों को एक बराबर मानते है लेकिन क्या यही बराबरी है??जहाँ पहली पत्नी ने बर्दाश्त किया और वही हाल दुसरी पत्नी का भी हुआ क्या अब कोई दूसरी लड़की शादी करना चाहेगी???मेरी तो यही सोच है कि एक बार सेर को सवा सेर तो मिलना ही चाहिए......जिससे लोगों को महिला का इज्ज़त करना आजाये......
शुक्रवार, 30 जुलाई 2010
सदस्यता लें
संदेश (Atom)