बच्चे मन के सच्चे
कहते हैं की इश्वर बच्चों की पुकार ,बच्चों की अरदास सबसे पहले सुनता है ,आखिर क्यों? ये प्रश्न सबके दिल में होता है किन्तु उत्तर कोई नहीं जानता |इश्वर इसलिए बच्चों की आवाज को सुनता है क्योंकि बच्चे दिल के साफ होते है उनका दिल निर्मल पानी की तरह ,शीशे की तरह पारदर्शी होता है, उनके मन में खोट नहीं होती, इसलिए उनके दिल से निकली हर आवाज प्रभु तक आसानी से पहुँच जाती हैं |बच्चों में अहं की भावना भी नहीं होती |उनकी मांग भी एक सिमित दायरे की होती है, जबकी हम बड़े यही सोचते हैं कि हम से बड़ा दूसरा कोई न हो, जो कुछ मुझे प्राप्त हो दुसरे के पास न हो| सब मेरी ही तारीफ करे| ऐसे में जरा सोचो प्रभु कहाँ सुन पायेगा क्योकि हमारी आवाज तो हमारे अहंकार में ही खो गयी वो तो प्रभु तक पहुंच ही नहीं पाई ,इसलिए दिल को हम साफ रखेगें ,निःस्वार्थ ,निष्पाप मनसे जबहम प्रार्थना करेगें तो हमारा भी अरदास सुनेगा जैसा कि वो बच्चों की सुनता है |
गुरुवार, 10 दिसंबर 2009
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