जीवन में रिश्तों की बहुत अहमियत होती है| कुछ रिश्ते जन्म से जुड़े होते है जिसमे सबसे पहले माँ का नाम आता है क्योकि बच्चे की हर साँस माँ पहचानती है माँ से हर साँस से बच्चे का रिश्ता जुड़ता है तो पिता से रक्त का सम्बन्ध होता है|माता पिता ऐसे बहुमूल्य रत्न है जिनके न रहने पर कीमत पता चलती है|किसी भी सुख दुःख के मौके पर अंतरात्मा से यही आवाज़ निकलती है कि काश!!! आप होते ??
ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ जब मेरे बड़ी बहन कि पच्चीसवीं शादी की सालगिरह थी और मै कुछ उसे उपहार देना चाहती थी कि उसे वो संजो कर रखे| खरीदे हुए उपहार तो सभी देते है, इसलिए मैने अपनी आत्मा कि आवाज़ को कोरे पन्ने पर लेखनी से उतर दिया |जो इस प्रकार थी....
वो थी मेरे विवाह कि रात, थी सब कुछ नये अंदाज़ कि बात ,
रिश्तेदारों का जमावड़ा था,एक से बढ़ कर एक सबका पहनावा था,
मैं शरमाई सकुचाई सी बैठी थी, अपनी ही धुन में उलझी थी,
शहनाई अपने धुन में बजती थी,दिल कि धडकन बढती थी,
आज बैठ मैं सोचती हूँ, ये तो थी पच्चीस साल पहले कि बात.
वो थी मेरे विवाह कि रात......
आज वो आँगन अपना न था,माँ पापा कोई ना थे,
वो तो चिरनिद्रा में सोये थे, अपने में खोये थे,
दस्तक देने पर भी न सुनते थे,
देखना चाहती थी पर वो न दीखते थे,
मन रोये किससे कहूँ ,किसके लंगु गले कि
घर आँगन छूट गया, रिश्ता नाता टूट गया,
माँ के आँगन कि चिड़िया हो गयी परायी,
पापा कि आँखों कि तारा हो गयी परायी,
बीत गया वक्त ,ये तो हो गये पच्चीस साल,
वो थी मेरे विवाह कि रात......
आज खुश हूँ, सब मना रहे है मेरे विवाह कि वही रात,
आलिगनब्ध हूँ पति के बहुबलों में,लगताहै खडी हूँ बरगद के तले में,
नए रिश्ते नव कोपल के साथ खिल गए,
गृहस्थी की नैया मंझधार की ओर चल पड़ी,
चेहरे पर खुशियों कि मुस्कान है,लेकिन दिल में कहीं थकान है,
कि हाय , पीहर तो छूट गया,दिल तो टूट गया .....
बुधवार, 20 जनवरी 2010
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खडी हूँ बरगद के तले में - शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया लिखा आपने .. वसंत पंचमी की बधाई !!
जवाब देंहटाएंmeri shadi ki rajat jayanti pe bahut sundar likha hai tumhe bhee mubaraq ho meri bahna ek to kavita doosara shaadi me tumne bhee bahut maza kiya tha amma papaji ki yaad to dil ke andar tuk rachi basi hai
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