आज 23 जनवरी है नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जन्मदिवस| बहुत उम्मीदों के साथ भारत को आज़ाद करवाने में योगदान दिया था| शायद उन्होंने कभी भी ये नहीं सोचा होगा कि आज़ादी के साठ वर्ष के पश्चात भारत में सरकार कि क्या हाल होगी और नेताओं के बीच आपसी तालमेल कैसा होगा?आज मै सोच रही थी कि आज कि सरकार क्या है तो मेरे शब्द कविता के रूप में आगये|जो कुछ इस प्रकार बने.....
आज कि सरकार,देती है सबको कार,
किन्तु स्वयं है बेकार,
सब है राजनेताओं से परेशान
फिर भी नहीं खड़े होते इनके कान,
जब जब महंगाई बढती है हम जैसी जनता पर तलवार लटकती है
चुनाव के मौसम आते ही मच्छर मक्खी की तरह नेता भिभिनाने लगते है,
चुनाव निकाल जाने पर वादा कभी नहीं निभाते है|
नेताओं की इनकम दिन पर दिन बढती जाती है,
जनता की जेब खली होती जाती है,
राजनेता हो या अभिनेता,सबके पास है धन की भरमार,
केवल फंसती है देने में इनकम टैक्स भोली भली बेचारी जनता बारम्बार,
ये तो दुहाई देती है आज की सरकार
अपनी मनमानी करती है बार बार,
यही तो है हमारी सरकार......
शनिवार, 23 जनवरी 2010
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सबके अपने अपने नेटवर्क हैं राजनीति में आज, जा कल भी थे. उनसे बाहर कोई भी अपनी पहचान नहीं रखता.
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