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रविवार, 1 नवंबर 2009

  • सुमंगल विचार



  • तुम अपने जीवन को इतना अच्छा रखो की कोई तुम्हारी  निंदा करे फिर भी दुनिया उस को सच न माने |                               
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  • प्रेम सबसे करो ,विश्वास थोड़ो से करो ,और हानि किसी का भी न करो |
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  • अपने संतान को ठीक रखना चाहते हो इसलिए  अपने को ठीक रखो |
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  • न नर्म बनो की निचोड़े  जाओ ,न इतने सख्त बनो कि तोडे जाओ |
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  • मानव तू सैकडों हाथों से कमा ,और हजारों हाथों से दान दे |
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  •  जीवन चलाने (run) और बर्बाद (ruin ) में  मात्र "I" का अंतर है अतः मैं अर्थात अभिमान को जीवन से हटाओ |
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  • अपना सुधर जीवन की सबसे बड़ी  सेवा है |
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  • संसार को बदलने से अच्छा है की खुद को बदलो |
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  • भोजन के लिए मत जियो बल्कि जीने के लिए भोजन करो |
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  • नीयत तेरी अच्छी है तब किस्मत तेरी दासी है , नज़र तेरी अच्छी है तब घर में मथुरा कशी है |

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